| 1. | दिन में एक बार दिल खोलकर हँसना चाहिए।
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| 2. | दिन में एक वक्त दिल खोलकर हँसना चाहिए।
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| 3. | इसके लिए दिनभर में कम से कम एक वक्त दिल खोलकर हँसना चाहिए।
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| 4. | 141) दिल खोलकर हँसना और मुस्कराते रहना चित्त को प्रफुल्लित रखने की एक अचूक औषधि है।
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| 5. | 141) दिल खोलकर हँसना और मुस्कराते रहना चित्त को प्रफुल्लित रखने की एक अचूक औषधि है।
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| 6. | इसलिए व्यक्ति को हँसी के पलों का पूरा मजा लेना चाहिए यानी दिल खोलकर हँसना चाहिए, ठहाके लगाना चाहिए, अट्टहास करना चाहिए।
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